कन्नड़ स्टार Darshan की बेल रद्द! सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, VIP ट्रीटमेंट पर मचा बवाल!

Darshan
कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता Darshan Thoogudeepaउर्फ़ ‘डी बॉस’, उनकी साथी अभिनेत्री पवित्रा गौड़ा और पाँच अन्य आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से ज़बरदस्त झटका लगा है। रेणुकास्वामी मर्डर केस में हाई कोर्ट द्वारा दी गई ज़मानत को रद्द करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ कर दिया कि इस मामले में किसी को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा—अगर मिला तो ज़िम्मेदार अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई होगी।
33 वर्षीय फैन रेणुकास्वामी, जिन्होंने कथित तौर पर पवित्रा गौड़ा को अश्लील संदेश भेजे थे, की बेंगलुरु (कर्नाटक) में हत्या हो गई थी। कोर्ट ने ज़मानत रद्द करने का कारण गवाहों पर असर डालने का ख़तरा और हाई कोर्ट द्वारा मुकदमे से पहले हुई जांच की खामियों को बताया।

बेल रद्द होने की वजह


भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने रेणुकास्वामी हत्या मामले में दर्शन की जमानत रद्द करने के लिए कई ठोस कारण बताए। यहां निम्नलिखित कारण दिए गए हैं जिनके लिए सर्वोच्च न्यायालय ने जमानत नहीं दी।

गवाहों पर असर डालने का खतरा

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दार्शन और उनके सह-आरोपियों की सेलिब्रिटी पहचान और आर्थिक संसाधन उन्हें गवाहों को प्रभावित करने की स्थिति में रखते हैं, जिससे ट्रायल की निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है।

मज़बूत प्राथमिक सबूत

अभियोजन पक्ष ने फॉरेंसिक रिपोर्ट, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान, सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड जैसे ठोस सबूत पेश किए, जो सीधे तौर पर Darshan से जुड़े हैं, लेकिन हाई कोर्ट ने बेल देते समय इनका सही मूल्यांकन नहीं किया।

“पर्वर्स और मैकेनिकल” बेल आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक हाई कोर्ट के बेल आदेश को ‘पर्वर्स’ बताया, यानी यह आदेश साक्ष्यों और कानूनी मानकों के खिलाफ था और बिना पर्याप्त कारण के दिया गया।

अपराध की प्रकृति और गंभीरता

यह मामला सामान्य नहीं, बल्कि एक क्रूर हत्या और पूर्व-नियोजित साज़िश का है, जिसमें 33 वर्षीय रेणुकास्वामी की बेरहमी से हत्या की गई थी।

वीआईपी ट्रीटमेंट की चेतावनी

सुप्रीम कोर्ट ने जेल प्रशासन को आगाह किया कि अगर दार्शन को किसी भी तरह का वीआईपी या ‘फाइव-स्टार’ ट्रीटमेंट दिया गया तो संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।

VIP ट्रीटमेंट का खुलासा

8 जून 2024 को, चित्तदुर्गा के गुइलालु टोल प्लाज़ा के सीसीटीवी कैमरों में एक सफ़ेद कार कैद हुई, जिसे कथित तौर पर रेणुकास्वामी को चित्तदुर्गा से बेंगलुरु लाने के लिए इस्तेमाल किया गया था। यह कार दार्शन के सहयोगी रवि और राघवेंद्र चला रहे थे और इसे वीआईपी कार्ड से पास कराया गया, जो इस हत्या के पूर्व-नियोजित होने की ओर इशारा करता है।

फुटेज में आगे दिखा कि Darshan एक पब से निकलकर राजाराजेश्वरी नगर स्थित एक शेड में पहुंचे, जहां हमला हुआ, और फिर वे वापस पब लौट आए। इस दौरान उन्होंने अपने कपड़े बदल लिए, जिसे पुलिस ने सबूत मिटाने की कोशिश माना। अपराध स्थल के सीसीटीवी फुटेज में रेणुकास्वामी को आरोपियों से पिटाई रोकने की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है। इसके अलावा, फुटेज में पवित्रा गौड़ा द्वारा हमले के समय पहने गए फुटवियर पर खून के धब्बे भी दिखाई दिए।

फैंस और इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

9 जून 2024 को बेंगलुरु के कमाक्षीपाल्या इलाके में नाले से मिले शव की पहचान, सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक जांच के जरिए रेणुकास्वामी के रूप में हुई। बेंगलुरु पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने बताया, “हमने सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया, जिसने मृतक की पहचान में मदद की।” पूछताछ के दौरान जब Darshan को यह विजुअल दिखाया गया, तो वे स्पष्ट रूप से विचलित नज़र आए। उनके सहयोगियों ने भी फुटेज देखने के बाद मामले को कबूल कर लिया, जिससे पुलिस असली अपराधी तक पहुंच पाई। सीसीटीवी फुटेज में Darshan की कार को अपराध स्थल के पास देखा गया, जिससे उनकी संलिप्तता साफ हो गई और यह खबर सामने आते ही फैंस और इंडस्ट्री में गहरा आघात पहुंचा।

कानूनी आगे की प्रक्रिया

सुप्रीम कोर्ट ने सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर Darshan को जेल में किसी भी तरह का ‘फाइव-स्टार’ वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया, तो संबंधित अधिकारियों को निलंबन का सामना करना पड़ेगा। अदालत की तीखी टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि वह इस मामले में तेज़ी से ट्रायल करवाने की दिशा में भी कदम उठा सकती है, खासकर जब आरोप धारा 302 आईपीसी (हत्या) के अंतर्गत इतने गंभीर हैं। साथ ही, देश के सभी हाई कोर्ट की कार्यप्रणालियों की समीक्षा की जाएगी, जिससे बेल के विवेकाधिकार पर व्यापक न्यायिक सुधार का संदेश दिया जा सके। अदालत निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षात्मक कदम उठाने या स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने पर भी विचार कर सकती है।

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अस्वीकरण: यह लेख इंटरनेट पर उपलब्ध विभिन्न जानकारियों पर आधारित है। इसमें त्रुटियाँ हो सकती हैं। इस लेख का उद्देश्य जानकारी प्रदान करना है और किसी की भावना को ठेस पहुँचाना नहीं है।

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